गौरीगंज, फरवरी 7 -- मुसाफिरखाना। क्षेत्र के अनखरा गांव में चल रही श्रीमद्भागवत कथा के चौथे दिन गुरुवार को भगवान श्रीकृष्ण के जन्मोत्सव के साथ ही उनकी लीलाओं का प्रसंग सुन श्रोता भाव विभोर हो गए। कथा वाचक पंडित सरोज कुमार दुबे ने कथा के दौरान भक्त प्रह्लाद के प्रसंग सुनाते हुए बताया कि भक्त प्रह्लाद ने अपनी मां कयाधु के गर्भ में ही नारायण नाम का मंत्र लिया था। जिससे उनके जीवन के कष्ट दूर हो गए। कथा वाचक ने भगवान श्रीकृष्ण की दिव्य लीलाओं का विस्तार से वर्णन किया और उनके अद्वितीय गुणों को प्रस्तुत किया। उन्होंने कहा कि बचपन में लिया गया धार्मिक और आध्यात्मिक ज्ञान जीवन भर याद रहता है। इसलिए बच्चों को धर्म और आध्यात्मिक शिक्षा देना अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने माता-पिता की सेवा, प्रेम और समाज में भाईचारे की भावना को धर्म का मूल आधार बताया। कार...
Click here to read full article from source
To read the full article or to get the complete feed from this publication, please
Contact Us.