गौरीगंज, जुलाई 12 -- अमेठी। जिले में माइनरों की सफाई के नाम पर केवल खानापूर्ति की गई है। नहरों की दशा यह है कि झाड़ियां और कीचड़ जमा होने से पानी का बहाव रुक गया है। नतीजतन टेल एरिया तक पानी नहीं पहुंच पा रहा। जिससे हजारों एकड़ खेत में धान की रोपाई प्रभावित हो रही है। जिससे किसानों की फसलें खतरे में हैं। जिले में नहरों का जाल फैला हुआ है। नहरें ही किसानों के लिए सिंचाई का मुख्य साधन हैं। जिले में फैली लगभग 1265 किलोमीटर लंबी नहरों की सफाई के नाम पर विभाग ने करोड़ों की धनराशि खर्च की है। लेकिन बड़ी संख्या में नहरों में झाड़ झंखाड़ उगे हुए हैं और गाद भरी हुई हैं। गौरीगंज के पंडरी माइनर में जगह-जगह झाड़ियां उगी हैं, जिससे जलधारा अवरुद्ध हो गई है। माइनर में झाड़ियां इतनी बड़ी हो गई है कि हरियाली ही हरियाली दिखाई दे रही है। मिश्रौली माइनर की ह...