गौरीगंज, मार्च 24 -- शुकुल बाजार। क्षेत्र के दक्खिनगांव के खेल मैदान में आयोजित श्रीमद् भागवत कथा के चौथे दिन सोमवार को आचार्य दिव्यांशु ने भगवान श्रीकृष्ण जन्मोत्सव की कथा का वर्णन किया। उन्होंने कहा कि कलयुग में भागवत की कथा सुनने मात्र से प्राणी को मोक्ष की प्राप्ति हो जाती है। भागवत कथा एक ऐसी कथा है जिसे ग्रहण करने से मन को शांति मिलती है। साथ ही अहंकार का नाश होता है। कथा वाचक ने कहा कि जब धरती पर चारों ओर त्राहि-त्राहि मच गई, चारों ओर अत्याचार व अनाचार का साम्राज्य फैल गया तब भगवान श्रीकृष्ण ने देवकी के आठवें गर्भ के रूप में जन्म लेकर कंस का संहार किया। उन्होंने श्री कृष्ण की बाल लीलाओं का सरस वर्णन किया।

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