गौरीगंज, नवम्बर 17 -- अमेठी। अब घरों से निकलने वाला प्लास्टिक कचरा बेकार नहीं जाएगा। बल्कि सड़क निर्माण और सार्वजनिक स्थानों के विकास में उपयोग होगा। जिले के उतेलवा में इको टेल संस्था ने सिंगल यूज़ प्लास्टिक से ईंटें और टाइल्स बनाने की अनोखी तकनीक विकसित की है। बाराबंकी में ट्रायल सफल होने के बाद अब अमेठी में भी इसे बड़े पैमाने पर लागू करने की तैयारी शुरू हो गई है। जिले के युवा उद्यमी एवं प्रधान संघ अध्यक्ष गौरव सिंह ने बताया कि संस्था पिछले दो वर्षों से इस तकनीक पर शोध कर रही थी। पॉलीथिन और प्लास्टिक को पिघलाकर बने मिश्रित पदार्थ को विशेष सांचों में डालकर ईंट का रूप दिया जाता है। परीक्षणों में पाया गया है कि ये ईंटें सामान्य ईंटों की तुलना में लगभग दस गुना अधिक मजबूत होती हैं। प्रत्येक ईंट में 800-900 ग्राम प्लास्टिक का उपयोग किया जाता ह...