गौरीगंज, मार्च 6 -- अमेठी। टीकरमाफी आश्रम में चल रही भागवत कथा के दूसरे दिन राष्ट्रीय कथाकार ने कहा दुख भगवान को पाने का मार्ग प्रशस्त करता है। आश्रम में राष्ट्रीय कथाकार साध्वी पूजा शास्त्री ने कहा जब भगवान श्री कृष्ण द्वारका को जाते हैं। तब अपनी बुआ कुन्ती से‌ वरदान मांगने को कहा। तब वरदान में कुन्ती ने दुःख मांगा। इससे भगवान मधुसूदन ने कहा बुआ पहले ही आप दुख भोग रही हैं। पुनः दुख क्यों मांगे ? इससे कुन्ती ने बताया कि दुख रहने पर वे भगवान के अधिक पास रहती हैं। शास्त्री जी ने कहा दुख के समय घबराना नहीं चाहिए। दुख परमात्मा द्वारा भेजी गई अनमोल धरोहर है। दुःख में सदैव भगवान याद रहते हैं। इन्सान को दुःख में घबराना नहीं चाहिए सुख में अहंकार नहीं करना चाहिए।अहंकार भगवान का आहार है। इस मौके पर संजय सिंह राजा सिंह राजेश यादव सहित कई लोग मौजूद र...