गौरीगंज, नवम्बर 1 -- अमेठी। विधायक गौरीगंज राकेश प्रताप सिंह के आवास पर चल रही श्री रामकथा के समापन अवसर पर कथा व्यास शांतनु महराज ने राष्ट्रभक्ति से ओत-प्रोत शौर्य गाथा का वर्णन करते हुए कहा कि आज़ादी बिना संघर्ष के नहीं मिली थी। बिना खड्ग बिना ढाल के आज़ादी मिली जैसी बातें कहना हमारे महान क्रांतिकारियों के बलिदान का अपमान है। उन्होंने कहा कि देश की स्वतंत्रता वीरों की तपस्या, त्याग और रक्त से सिंचित हुई है। कथा व्यास शांतनु ने कहा कि हमारे सभी देवी-देवता हाथों में अस्त्र लिए रहते हैं। भगवान श्रीराम ने वन गमन के समय सब कुछ छोड़ दिया, लेकिन अपना धनुष-बाण नहीं छोड़ा। यह इस बात का प्रतीक है कि धर्म की रक्षा के लिए शक्ति का साथ अनिवार्य है। उन्होंने कहा कि सनातनी समाज ने अहिंसा परमो धर्मः के केवल आधे श्लोक को पढ़कर अपनी शक्ति और साहस को भुला...