गंगापार, जून 12 -- मांडा, हिन्दुस्तान संवाद। ब्लॉक के ग्राम पंचायतों में कुल 103 अमृत सरोवरों के लिए पिछले चार वर्षों में ग्राम प्रधानों को धनराशि दी गई, लेकिन अभी तक केवल 57 अमृत सरोवर ही ब्लॉक के अभिलेखों के अनुसार पूर्ण हो पाए हैं। 46 अमृत सरोवर अभी निर्माणाधीन ही हैं। जो अमृत सरोवर पूर्ण हो चुके हैं, उनकी साज सज्जा पर तो लाखों खर्च हुए, लेकिन तालाबों में धूल उड़ रही है। पूर्ण 57 अमृत सरोवरों में ग्राम पंचायत ढेढ़रा, सैबसा, कुखुड़ी, केड़वर, कोसड़ा खुर्द, गोरैया कला, चिलबिला, तिसेन तुलापुर, धनावल दो, धरांव गजपति, पूरा लच्छन, पियरी, बनवारी खास में दो, बम्हनी हेठार, बेरी, भवानीपुर, मांडा खास, सिकरा में तीन, पयागपुर रमगढ़वा, भरारी द्वितीय, हंडिया, दिघिया, आंधी, गेरुआडीह, चिलबिला, बेला अहिरान, बघौरा खवासान, बेदौली आदि ग्राम पंचायत शामिल हैं...