नई दिल्ली, दिसम्बर 16 -- दिल्ली-एनसीआर में सांसों पर गहराते संकट के बीच सोमवार को सुप्रीम कोर्ट में इस मुद्दे पर संक्षिप्त सुनवाई के दौरान सर्वोच्च अदालत ने कुछ अहम टिप्पणियां कीं। अदालत ने कहा कि प्रदूषण कम नहीं होने की एक बड़ी वजह आदेशों का प्रभावी ढंग से पालन नहीं होना और अमीर-संपन्न लोगों का जीवनशैली में बदलाव नहीं करना है। अदालत ने गरीबों और आम लोगों पर होने वाले इसके बुरे असर को लेकर चिंता जाहिर की। चीफ जस्टिस सूर्यकांत, जस्टिस जॉयमाल्या बागची और जस्टिस विपुलस एम पंचोली की बेंच ने यह टिप्पणियां तब कीं जब न्याय मित्र अपराजिता सिंह ने अदालत को बताया कि वायु प्रदूषण अब भी गंभीर स्थिति में है और दिल्ली-एनसीआर में लोगों के स्वास्थ्य पर इसका बहुत बुरा असर हो रहा है। यह स्थिति सुप्रीम कोर्ट की ओर से कई निर्देश जारी करने के बावजूद है। यह भी...