नई दिल्ली, दिसम्बर 3 -- एआई का बढ़ता प्रभाव दुनिया में अमीर और गरीब के बीच की खाई को और गहरा कर सकता है। संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम (यूएनडीपी) की नई रिपोर्ट में यह चेतावनी दी गई है। रिपोर्ट के अनुसार एआई के लाभ केवल अमीर देशों तक ही सीमित रहेंगे। दुनिया भर में लाखों लोग जिनके पास डिजिटल कौशल, बिजली और इंटरनेट जैसी बुनियादी सुविधाएं नहीं हैं, वे पीछे छूट जाएंगे।औद्यौगिक क्रांति से तुलना संयुक्त राष्ट्र ने अपनी रिपोर्ट में एआई की तुलना औद्यौगिक क्रांति के दौर से की गई है। यह दावा किया गया है कि औद्यौगिक क्रांति के दौरान जिस तरह से पश्चिमी देश तेजी से आगे बढ़ गए थे, और बाकी देश पीछे रह गए थे। वैसा ही एआई के दौर में भी होगा। रिपोर्ट यह भी कहती है कि गरीब और विस्थापित लोग अदृश्य हो सकते हैं, जिससे एआई सिस्टम उनकी जरूरतों को ध्यान में नहीं...