पलामू, मार्च 1 -- मेदिनीनगर, प्रतिनिधि। निर्माणाधीन अमानत बराज सिंचाई परियोजना के लिए उपयोग किए गए वन भूमि के एवज में प्रशासन ने नावा बाजार प्रखंड के चेचरिया गांव में आबादी वाली 47 एकड़ भूमि कागज पर उपलब्ध करा दी है। इसके कारण अभी तक वन विभाग का अनापत्ति प्रमाणपत्र जलसंसाधन विभाग को नहीं मिल सका है। इसके कारण महत्वाकांक्षी परियोजना के निर्माण में फंसा पेंच गहराता जा रहा है। साथ ही प्राक्कलन को भी पुनरीक्षित करना पड़ा है। प्रदेश के वित्त मंत्री राधाकृष्ण किशोर की व्यक्तिगत रूचि के कारण 42 किमी लंबी नहर प्रणाली की अमानत बराज सिंचाई परियोजना वर्तमान में जिला प्रशासन ही नहीं प्रदेश सरकार की प्राथमिकताओं में है। पिछले महीने वित्त मंत्री के प्रोजेक्ट स्थल के दौरे के बाद परियोजना के निर्माण कार्य को लेकर जिला से लेकर प्रदेश स्तर पर अधिकारियों की...
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