चंदौली, अप्रैल 6 -- सकलडीहा, हिन्दुस्तान संवाद । टिमिलपुर स्थित अभेद आश्रम में वांसतिक नवरात्रि पर विधि विधान से पूजा अर्चना की गई। आश्रम में विधि विधान से मां के नव रूपों की पूजा किया गया। इसके बाद देर रात में माँ कालरात्रि की निकाली गई डोली झांकी। आश्रम में आये दूर दराज से व्रती श्रद्धालुओं ने साफ सफाई कर श्रमदान किया। इसके बाद सफलयोनि का पाठ और देर रात तक भजन कीर्तन प्रसाद वितरण किया गया। इस दौरान आश्रम के संत श्रीचंद्र शेखर साधु जी ने बताया कि इस दिन मां कालरात्रि की पूजा, अर्चना की जाती है। मां कालरात्रि की पूजा करने से व्यक्ति को सभी पापों से मुक्ति मिलती है। इस पूजन से शत्रुओं का भी नाश हो जाता है। माता कालरात्रि का रंग काला होने के कारण इन्हें कालरात्रि कहा गया है। कालरात्रि को काली का ही रूप माना जाता है।आज के वर्तमान समय मे माँ ...