गंगापार, सितम्बर 15 -- बारा, हिन्दुस्तान संवाद। बारा तहसील के अभिलेखागार में रखे सरकारी दस्तावेज असुरक्षित है। दस्तावेज में फर्जी ढंग से नाम इंद्राज कर दिया जाता है। जानकारी होने पर एसडीएम बारा ने जांच के आदेश दिए हैं। किसानों एवं सरकारी भूमि के रख-रखाव की जिम्मेदारी अभिलेखागार की होती है। किसान अभिलेखों में दर्ज आदेशों को सुरक्षित महसूस करते हैं किंतु बारा तहसील के अभिलेखागार में अब फर्जी नाम इंद्राज की घटनाएं घट रही हैं। ताजा मामला ग्राम पंचायत बुंदावा का प्रकाश में आया है। गांव के खाता संख्या 114 मि रकबा सरकारी दस्तावेज में बंजर के नाम से दर्ज है। इसी जमीन पर एसडीएम बारा का फर्जी आदेश दिखाकर एक महिला के नाम पट्टा दर्ज कर दिया गया है। इसकी जानकारी होने पर तहसीलदार बारा द्वारा जांच कराई गई तो पाया गया कि आदेश पूरी तरह फर्जी और कूटरचित है...