रामपुर, नवम्बर 18 -- अभियोजन पक्ष की ओर से अभियोजन अधिकारी राकेश मौर्य और एपीओ स्वदेश शर्मा ने कोर्ट में दलील दी कि आजम खां पर 111 मुकदमें दर्ज हैं। इनका लंबा आपराधिक इतिहास है। इन्हें अधिक से अधिक सजा दी जाए ताकि आम जनमानस को लगे कि न्याय हो रहा है। बचाव पक्ष ने दिया उम्र और बीमारी का हवाला आजम खां और अब्दुल्ला आजम के अधिवक्ताओं ने कोर्ट में पहले तो आरोपों को निराधार बताया। साथ ही सजा के बिंदू पर कहा कि आजम खां 77 साल के हैं, वह बीमार हैं, उनकी किडनी और आंखों में इंफेक्शन है। उनकी उम्र और बीमारी को देखते हुए कम से कम सजा दी जाए।

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