लोहरदगा, अप्रैल 21 -- लोहरदगा, संवाददाता। जिले में लुत्पप्राय जनजाति आज भी अभावों की जिंदगी जीने को मजबूर हैं। लोहरदगा किस्को प्रखंड के सेमरडीह और खरचा में बिरहोर जनजाति की कालोनी है। यहां जीवन यापन को जरूरी सरकारी सुविधाएं तो पहुंच रही हैं, पर बेरोजगारी का मसला जस का तस बना हुआ है। रोजगार के लिए इन्हें खानाबदोश की जिंदगी अपनानी पड़ रही है। यह परिवार रोजगार की तलाश में दूसरे प्रदेशों में जाने को मजबूर हैं। किस्को प्रखंड मुख्यालय से महज कुछ किलोमीटर की दूरी पर जंगल के किनारे टोंगरी पर स्थित सेमरडीह रूगड़ी टोली गांव के 25 बिरहोर परिवारों की सामाजिक-आर्थिक दशा बेहद खराब है। गांव के लोग बिजली, पानी, बेहतर आवास, स्वास्थ्य की समस्या से जूझ रहे हैं। बिरहोर परिवारों को दो दशक पूर्व मिले सरकारी आवास काफी जर्जर हो चुके हैं। प्रशासन द्वारा 19 बिरहोर ...