गया, दिसम्बर 29 -- मैं समाज का कार्य अलग कर रहा हूं। मूलत: अभाविप का कार्यकर्ता हूं। देश की 25 फीसदी आबादी अनुसूचित जाति व जनजाति का है जो करीब 40 करोड़ के आसपास है। उसमें 20 करोड़ युवा हैं। ये युवा नौकरी करने वाले नहीं, नौकरी देने वाले बने इसी पर मैं कार्य कर रहा हूं। अभाविप राष्ट्रभक्त पैदा करने वाले युवाओं का विद्यापीठ है।उक्त बातें दलित इंडियन चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के संस्थापक पद्मश्री व भीमरत्नी अवार्डी डॉ. मिलिंद कांबले ने सोमवार को कहीं। गया कॉलेज में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की ओर से चल रहे 67वें प्रांत अधिवेशन के दूसरे दिन सोमवार को बतौर मुख्य अतिथि मिलिंद कांबले ने कहा कि अभाविप ने भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन, आपातकाल,मिशन कश्मीर के तहत लाल चौक पर तिरंगा लहराना,शिक्षा सुधार,समाजिक कार्य जिसमे बाढ़ राहत,रक्त दान इत्यादि में...