कानपुर, अप्रैल 26 -- अब पासपोर्ट न सिर्फ जल्दी बन जाएगा, बल्कि इसके बनने की प्रक्रिया भी सुरक्षित और तेज हो जाएगी। पुलिस सत्यापन से लेकर दस्तावेजों की स्कैनिंग में अब एआई (आर्टिफिशियल) का प्रयोग होगा। विदेश मंत्रालय का पासपोर्ट प्रभाग इस आधुनिक तकनीक के इस्तेमाल की योजना बना रहा है। एआई के साथ बायोमीट्रिक, एडवांस डाटा विश्लेषण, चैट बॉट आदि का इस्तेमाल किया जाएगा। इससे आम तौर पर 30 दिनों में जारी होने वाला पासपार्ट 15 दिन में ही मिल सकेगा। एआई का उपयोग अचूक सत्यापन में करने की योजना बनाई जा रही है। ऑटोमेटिक दस्तावेज सत्यापन के तहत एआई टूल्स के जरिए स्कैनिंग होगी। इससे आवेदन पत्र और जमा किए गए दस्तावेजों (जैसे आधार कार्ड, जन्म प्रमाण पत्र, पते का प्रमाण) को स्कैन किया जाएगा। ये टूल दस्तावेजों की प्रामाणिकता की जांच करेंगे, जैसे फॉन्ट, हस्ता...