मुरादाबाद, अप्रैल 4 -- संभल जिले के गुमसानी से निकली, मुरादाबाद के बिलारी-कुंदरकी क्षेत्र को प्राकृतिक उपहार देकर कभी बदायूं के दातागंज तक कलकल ध्वनि के साथ बहने वाली आरिल नदी के दिन बहुरेंगे। क्योंकि, इसके उद्धार के लिए अब हजारों भगीरथों को तैयार किया जा रहा है। सुखद है कि अबकी यह पहल सरकारी है। क्योंकि, प्रदेश में नदी, झील, तालाब और जल स्रोतों के वास्तविक स्वरूप बहाली की योजना पर काम शुरू हो चुका है। मनरेगा से नदी क्षेत्र के दोनों ओर पानी संकट दूर करने को जलाशयों का निर्माण होगा। लोगों के श्रमदान से नदी को इसका पुराना स्वरूप दिया जाएगा। गांवों के नजदीक पर्यटन स्थल बनाने की कोशिश होगी। योजना है कि यहां आने-जाने के लिए सड़क का निर्माण पंचायतों की ओर से कराया जाएगा। इस कार्य में मनरेगा का साथ होगा। तकनीकी सहयोग के लिए इस कार्य में डब्ल्यू ...