लखनऊ, दिसम्बर 26 -- लखनऊ, कार्यालय संवाददाता। भारतेन्दु नाट्य अकादमी के रंगमण्डल की ओर से पद्मा सचदेव के प्रसिद्ध हिंदी उपन्यास पर आधारित अब न बनेगी देहरी नाटक का मंचन संत गाडगे जी महाराज प्रेक्षागृह में किया गया। प्रस्तुति का निर्देशन अकादमी के निदेशक बिपिन कुमार ने किया, जबकि नाट्य रूपांतरण वरिष्ठ रंगकर्मी एवं अभिनेता आसिफ अली ने तैयार किया। आसिफ अली को इन दिनों फिल्म धुरंधर में बाबू डकैत की भूमिका के लिए खूब प्रशंसा मिल रही है। कहानी स्त्री शोषण, ऑनर किलिंग और सामाजिक रूढ़ियों पर गहरा प्रहार करती है। नायिका रेवती एक परम सुंदरी युवती है, जो कम उम्र में विधवा हो जाती है। समाज की क्रूरता और लोक-लाज के भय से त्रस्त होकर वह आत्महत्या करने का निर्णय लेती है और घर से भाग जाती है। रास्ते में वह एक शिव मंदिर पहुंचती है, जहां महंत गिरिबाबा उसे ब...