लखीमपुरखीरी, जुलाई 8 -- शारदा के बाद अब घाघरा नदी के तेवर भी सख्त हो गए हैं। रमियाबेहड़ इलाके में घाघरा ने जमीन काटनी शुरू कर दी है। उसकी जद में 18 गांव हैं। हालांकि बाढ़ खंड गांवों को कटान से बचाने की कोशिश में लगा हुआ है। सबसे ज्यादा खतरा माथुरपुर गांव पर है। घाघरा नदी की कटान से माथुरपुर के गाँव रहने वाले श्रीराम, कल्लू, अवधेश, प्यारे, चंद्रिका, जगतू, पंचू, सतीश, दिनेश आदि लोगों के घर कटान की जद में है। माथुरपुर के प्राथमिक विद्यालय से घाघरा नदी की दूरी करीब दो सौ मीटर ही रह गई। नदी माथुरपुर के पश्चिम में कटान कर रही है। अगर कटान हुआ तो सबसे पहले विद्यालय कटेगा। प्रशासन द्वारा केवल बोरियों में मिट्टी डलवाकर बचाव कार्य कराया जा रहा है। माथुरपुर के लोगों का कहना है कि पहले खेती योग्य भूमि को काटकर नदी ने भूमिहीन की तो पिछले दो वर्ष पहले ...