मुरादाबाद, अप्रैल 18 -- एक जमाने में जंगली जानवरों को शिकार बनाकर अपने घरों में इन्हें मुर्दा हालत में टांगकर दूसरे जानवरों को डराते थे और दूसरे लोगों के बीच अपनी धाक जमाते थे-ऐसे शिकारियों ने अब इसके लिए मुरादाबाद की बनी हस्तशिल्प कलाकृतियों का सहारा लेना शुरू कर दिया है। स्प्रिंग फेयर में मुरादाबाद के निर्यातकों को हाथी, अजगर, सांप आदि कई जंगली जानवरों की कलाकृतियों के लिए यूरोप के खरीदारों की तरफ से अच्छे ऑर्डर मिले। मुरादाबाद के निर्यातक मो.आसिफ व नाजिम ने बताया कि एक जमाने में यूरोप में जंगली जानवरों का बड़े पैमाने पर शिकार होता था और उन्हें मार डालने वाले शिकारी जानवरों को मरी हुई हालत में ही अपने घरों में टांग लेते थे। अब वहां पर वन्यजीव कानून सख्ती से लागू है। कोई भी जंगली जानवरों का शिकार नहीं कर सकता। जिसके दृष्टिगत कथित शिकारी ...