पीलीभीत, अप्रैल 15 -- राष्ट्रीय कवि संगम के तत्वावधान में शहर के सिविल लाइन उत्तरी निवासी डॉ.दीनदयाल शर्मा के आवास पर काव्य गोष्ठी आयोजित की गई, जिसमें कवियों ने अपनी रचनाएं प्रस्तुत किया। काव्य गोष्ठी की अध्यक्षता डॉ.दीनदयाल शर्मा ने की। काव्य गोष्ठी का शुभारंभ मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण से हुआ। कवि संगम की जिलाध्यक्ष व कवियत्री सरोज सरगम ने विद्या दायिनी मातु शारदे की वंदना प्रस्तुत की। कवियत्री सरोज सरगम ने अपने काव्यपाठ में अत्यंत संवेदनापूर्ण गीत प्रस्तुत किया, जिसे सुनकर सभी के नेत्र सजल हो उठे। कहा-अलसाई सी लगती वीणा और सुप्त हो गए मंजीरे। शहनाई मन मारे बैठी और रागिनी रूठ चली रे। अब मन की वंशी पर कोई मधुरिम राग नहीं सजता है। अब इस सूने मन मंदिर में कोई साज नहीं बजता है। इसके अलावा वरिष्ठ कवि जीतेश राज नक्श, ओज एवं गीत के सश...
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