प्रयागराज, मार्च 8 -- दिव्य, भव्य महाकुम्भ का सफल आयोजन करने वाले प्रयागराज को अब राम सेतु और अंतरराष्ट्रीय आध्यात्मिक विश्वविद्यालय की जरूरत है। महापौर उमेश चंद्र गणेश केसरवानी ने शनिवार को लखनऊ में आयोजित 'महाकुम्भ 2025 एक्सपीरियंस शेयरिंग वर्कशॉप में यह मांग उठाई। महाकुम्भ 2025 के ऐतिहासिक और स्वच्छ आयोजन के अनुभवों को साझा करने के लिए नगरीय निकाय निदेशालय की ओर से विशाखा ऑडिटोरियम में कार्यशाला हुई। महापौर ने प्रयागराज में राम सेतु के ऐतिहासिक महत्व और अंतरराष्ट्रीय आध्यात्मिक विश्वविद्यालय की आवश्यकता पर विस्तार से प्रकाश डाला। भगवान राम के वन गमन के दौरान यमुना पार करने का जिक्र करते हुए इसके दोनों किनारे धार्मिक स्थल, किला, शिवालय पार्क, परमार्थ निकेतन होने की बात कही। महाकुम्भ में आई 66 करोड़ से अधिक भीड़ का उल्लेख करते हुए प्रयाग...