गोरखपुर, मई 13 -- गोरखपुर, निज संवाददाता। राजघाट के राप्ती नदी में पिलर के नीचे 4.60 मीटर गहराई में मिले कंक्रीट के स्लैब के बारे में अब पता चलेगा कि उसका आकार कैसा है? इस स्लैब को तोड़ने के लिए दिल्ली के विशेषज्ञों की टीम आ गई है और बुधवार से वे स्लैब को तोड़ना शुरू करेंगे। पानी के अंदर स्लैब तोड़ने का कार्य होगा तो पिलर को सीधा करके 30 मीटर नीचे तक ढलाई की जाएगी। राप्ती नदी में पिलर के नीचे स्लैब आने से काम रूक गया है। ब्रेकर मशीन और हरियाणा से आए विशेषज्ञों को स्लैब तोड़ने में कामयाबी नहीं मिली। उसके बाद पिलर को 26 मीटर गहराई में लोहे की चादर से घेर दिया गया है और कुएं के आकार के पिलर में अब बाहर से पानी नहीं आ रहा है। सफाई होने के बाद स्लैब दिख रहा है और उसे तोड़ने का रास्ता साफ हो गया है। -- कई टुकड़ों में बंट जाएगा स्लैब सेतु निगम क...