होशियारपुर, सितम्बर 17 -- महाराष्ट्र की तर्ज पर अब पंजाब की कई पंचायतों ने भी प्रवासी मजदूरों के खिलाफ कड़े फैसले लेने शुरू कर दिए हैं। होशियारपुर जिले के लगभग 27 गांवों ने प्रस्ताव पारित कर यह तय किया है कि बिना वैध दस्तावेज वाले प्रवासी मजदूरों को गांवों में रहने की अनुमति नहीं दी जाएगी। इन पंचायतों ने यह भी साफ कर दिया है कि अब वे ऐसे मजदूरों के लिए किसी भी तरह का निवास प्रमाण पत्र जारी नहीं करेंगी। इन प्रस्तावों के पीछे 9 सितंबर को होशियारपुर में हुई दर्दनाक घटना को प्रमुख कारण बताया जा रहा है, जब एक प्रवासी मजदूर पर पांच वर्षीय मासूम की हत्या का आरोप लगा। इस वारदात के बाद से गांव-गांव में प्रवासी आबादी को लेकर आक्रोश देखा जा रहा है।पंचायतों की बैठक और सामूहिक प्रस्ताव न्यू इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, 13 सितंबर को बजवाड़ा ...