नई दिल्ली, सितम्बर 25 -- रक्षा मंत्रालय ने चीन सीमा से सटे दो निष्क्रिय पड़े एडवांस्ड लैंडिंग ग्राउंड (ALG) को पुनर्जीवित करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। इनमें से एक लैंडिंग ग्राउंड पूर्वी लद्दाख के चुशुल में है, जबकि दूसरा अरुणाचल प्रदेश के सुदूर पूर्वी इलाके अनिनी (दिबांग वैली) में स्थित है। दोनों ही जगह वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) के बेहद नजदीक हैं। सूत्रों के अनुसार, भारतीय वायुसेना (IAF) के भविष्य के रोडमैप के तहत इन दोनों लैंडिंग ग्राउंड को वायुसेना और थलसेना की जरूरतों को ध्यान में रखकर विकसित किया जाएगा। इनका उपयोग UAVs (ड्रोन) और हेलिकॉप्टर संचालन के लिए किया जाएगा। मौजूदा हवाई पट्टी की लंबाई इतनी है कि यहां वायुसेना के एयरबस C-295 और C-130-J जैसे विशेष सैन्य विमानों की लैंडिंग हो सकती है। चुशुल LAC से महज 4 किलोमीटर पश्चिम में...