कौशाम्बी, सितम्बर 2 -- मंझनपुर, संवाददाता आभार शासन और सिस्टम का...। कृतज्ञता है उन जनप्रतिनिधियों, समाजसेवियों और आरबीएसके टीम में शामिल डॉक्टरों के प्रति, जिन्होंने दिल की गंभीर बीमारी से जूझ रहे मासूम हिमांशु की जीवन रक्षा करने में एड़ी-चोटी का जोर लगाया। अफसोस कि क्रूर नीयति को शायद कुछ और ही मंजूर था। लाख कवायदों के बाद भी हिमांशु की जान नहीं बचाई जा सकी। दिल के ऑपरेशन से पहले उसको निमोनिया ने ऐसा जकड़ा की सोमवार की सुबह वह हमेशा-हमेशा के लिए दुनिया को अलविदा कह गया। अब यदि कुछ बचा है तो वह है चाहने वालों की आंखों में आंसुओं का सैलाब...। मंझनपुर विकास खंड क्षेत्र के चक थांभा गांव निवासी हिमांशु ने अभी दुनिया भी नहीं देखी थी। उसकी उम्र सिर्फ एक साल तीन महीना थी। उसे जन्म से ही दिल में छेद था। तालू में भी छेद की शिकायत थी। पिछले दिनों ...