दिल्ली, फरवरी 25 -- दिल्ली की अदालत ने 1984 के सिख दंगे के दोषी सज्जन कुमार को आजीवन कारावास की सजा सुनाई है। सज्जन कुमार पर कोर्ट के इस फैसले से दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधन कमेटी खुश नहीं है। डीएसजीएमसी के महासचिव जगदीप सिंह काहलों ने कहा कि सज्जन कुमार जैसे व्यक्ति को फांसी की सजा होती तो बेहतर होता। उसे उम्रकैद की सजा हुई है, न्याय की जीत है और हम कोर्ट के फैसले का सम्मान करते हैं। दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधन समिति के महासचिव जगदीप सिंह काहलों ने कहा कि हम इस बात से दुखी हैं कि सज्जन कुमार जैसे व्यक्ति को मौत की सजा नहीं दी गई। मेरा मानना है कि अगर उन्हें मौत की सजा दी जाती तो बेहतर होता और हम संतुष्ट महसूस करते। 41 साल बाद,भले ही उन्हें आजीवन कारावास मिला हो,लेकिन न्याय की जीत हुई है। मैं अदालत के फैसले का सम्मान करता हूं। सज्जन क...