कौशाम्बी, अगस्त 7 -- मंझनपुर, संवाददाता। विकास भवन में धरना देने वाले मजदूरों के मामले में अफसरों की फटकार के बाद कोतवाली पुलिस हरकत में आई। गुरुवार को पुलिस ने ठेकेदार को कोतवाली बुलाया और मजदूरों को रुपया दिलाकर पूरे प्रकरण का पटाक्षेप कराया। महेवाघाट कोतवाली क्षेत्र के सरसवां गांव के 17 मजदूरों को कोड़र गांव का दिनेश कुमार धान लगवाने के लिए जालौन ले गया था। चार हजार प्रति एकड़ के हिसाब से मजदूरी तय हुई थी। मजदूरों का आरोप था कि किसान मालिकों से ठेकेदार एडवांस लेकर भाग आया था। हिसाब उन्होंने किया तो उनको 47 हजार रुपया कम दिया गया था। इस पर ठेकेदार ने कहा कि वह लोग वापस, आएं, वह हिसाब करेगा। मजदूर बुधवार को पहले ठेकेदार के घर का घेराव किया जहां से उन्हें भगा दिया गया। फिर कोतवाली पुलिस को तहरीर दी। लेकिन कार्रवाई के लिए बजाय टालमटोल किया ग...