मुजफ्फरपुर, जून 11 -- मुजफ्फरपुर, प्रमुख संवाददाता। अपने टोले में 40 फीसदी बच्चों को भी कोचिंग नहीं मिल रही है। टोला सेवक और तालीमी शिक्षण सेवियों द्वारा चलाए जा रहे साक्षरता केंद्रों का यह हाल है। महादलित समुदाय और अल्पसंख्यक बच्चों को स्कूल से जोड़ने और उन्हें अपने ही टोले में सुबह-शाम कोचिंग की सुविधा को लेकर उत्थान केंद्र और तालिमी मरकज चलाए जा रहे हैं। इन केन्द्रों पर टोला सेवक और तालिमी शिक्षण सेवियों की बहाली की गई है। इनका काम महिलाओं को साक्षर बनाने और इस समुदाय के बच्चों को स्कूल से जोड़ने के साथ ही उन्हें अपने टोले में पढ़ाने का भी है। जिले में कुल 715 केंद्र चल रहे हैं। इनमें उत्थान केंद्र 405 और तालीमी मरकज 310 हैं। जिले में 715 शिक्षण सेवियों द्वारा 12,450 बच्चों का स्कूलों में नामांकन कराया गया है। इनमें 11,562 बच्चों का ही...