वाराणसी, अगस्त 2 -- वाराणसी, मुख्य संवाददाता। हमें हर चीज का ज्ञान हो जाता है सिवाय अपने अहंकार के। हम कितने अहंकारी हैं इसका भान हमें सद्गुरु ही करा सकते हैं। सद्गुरु की प्राप्ति भी ईश्वरीय कृपा से ही होती है। ये बातें पं. श्रीकांत शर्मा 'बालव्यास ने कहीं। वह महमूरगंज स्थित शुभम लॉन में चल रही श्रीमद् भागवत कथा में शुक्रवार को प्रवचन कर रहे थे। उन्होंने कहा कि ईश्वर को बांधना है तो सबसे पहले अपने अंदर के अहम को मारो। मैं और मेरा ही जीव का सबसे बड़ा अहम है। जब तक यह समाप्त नहीं होगा तब तक ईश्वर को अपने प्रेम में नहीं बांधा जा सकता। श्रीश्याम मण्डल ट्रस्ट एवं श्रीकाशी सत्संग सेवा समिति की ओर से आयोजित कथा में बालव्यास ने कहा कि भगवान को विद्या, धन, बल से नहीं रिझाया जा सकता। उन्हें तो सिर्फ भक्ति और प्रेम से रिझाया जा सकता है। भगवान को मन भ...