जामताड़ा, जून 8 -- अपने अंदर की बुराइयों, लालच, बेइमानी सहित अन्य दुर्गुणों की कुर्बानी ही ईद-ऊल-अजहा का सही अर्थ नाला,प्रतिनिधि। प्रखंड क्षेत्र में शनिवार को ईद-उल-अजहा (बकरीद) का पर्व शांतिपूर्ण माहौल में संपन्न हुआ। क्षेत्र के गोपालपुर, कास्ता, चिचुड़बिल, सुल्तानपुर, बामनडीहा, शहरजुड़िया, लच्छुरायडीह, बन्दरडीहा, घोड़मारा सहित अन्य गांव स्थित मस्जिदों व ईदगाहों में बकरीद की नमाज अदा की गई। वहीं गोपालपुर स्थित मस्जिद के ईदगाह में मौलाना अजहरुद्दीन खान ने तकरीर के पश्चात नमाज अदा कराई। तकरीर के दौरान मौलाना ने कहा कि ईद उल अजहा का मतलब बकरे की कुर्बानी नही है। अपने अंदर के बुराइयों, लालच, बेइमानी सहित अन्य दुर्गुणों की कुर्बानी ही ईद-ऊल-अजहा का सही अर्थ है। वहीं नमाज के पश्चात सभी ने एक-दूसरे से गले मिलकर ईद की मुबारकबाद दी। तथा सभी ने एक-...