संवाददाता, दिसम्बर 31 -- उत्तर प्रदेश के तराई क्षेत्र के खीरी जिले के एक युवा किसान ने दिखाया है कि खेती अब घाटे का सौदा नहीं, बल्कि नवाचार और उद्यमिता के जरिए समृद्धि का माध्यम बन सकती है। परंपरागत खेती से अलग रास्ता चुनकर एक किसान कंपनी (एफपीओ) शुरू करने वाले इस युवा को पहले 'करोड़पति किसान' का सम्मान मिला और अब भारत सरकार के कृषि मंत्रालय ने 'प्रगतिशील प्रेरणादायक किसानों' की श्रेणी में शामिल किया है। लखीमपुर खीरी जिले के बिजुआ ब्लॉक में भारत-नेपाल सीमा से सटे मेड़ाईपुरवा गांव के किसान अचल मिश्रा ने अपनी मेहनत, लगन और तकनीकी समझ से खेती को नए आयाम दिए हैं। अचल ने न केवल आधुनिक और सह-फसली खेती को अपनाया, बल्कि एक एफपीओ बनाकर लगभग 400 किसानों को साथ जोड़ा। इसके जरिए किसान अब सह-फसली खेती के साथ बीज उत्पादन भी कर रहे हैं, जिससे सबको सीधा ...