महाराजगंज, दिसम्बर 14 -- महराजगंज, हिन्दुस्तान टीम। एसआईआर ने जिले में 2003 की मतदाता सूची व वर्तमान डेमोग्राफिक हकीकत के बीच गहरे गैप को उजागर किया है। नगर विस्तार, गांवों के पुनर्गठन व बूथ-भाग संख्या में बदलाव से करीब 3 लाख 68 हजार 154 मतदाता अपनी वंशावली पहचान साबित नहीं कर पा रहे। नगरीय क्षेत्र में समस्या अधिक है। जिले के डेमोग्राफिक बदलाव पर नजर डालें तो 2003 के बाद कई गांव नगर पालिका में शामिल होकर अलग-अलग वार्डों में बंट गए। शहर के राजीवनगर निवासी कृष्णा का कहना है कि उनके पिता-माता व दादा मूल रूप से पिपरदेउरा गांव के निवासी थे, लेकिन तमाम प्रयासों के बावजूद अभी तक यह पता नहीं चल सका कि 2003 की मतदाता सूची में उनका नाम किस बूथ या भाग संख्या में दर्ज था। इस वजह से मैपिंग नहीं हो पा रही है। डेमोग्राफिक बदलाव से आंकड़ों में इस कदर उलट...
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