शामली, जून 18 -- लावारिस एवं बीमार अवस्था में मिली महिला को अपना घर आश्रम में लाया गया। तीन महीने के इलाज के बाद महिला स्वस्थ हुई तो अपना नाम पता बताने लगी। महिला के मायके वालों को फोन किया तो उसे लेने से मना कर दिया। बाद में पति को फोन किया तो पति महिला को लेने पहुंचा। पति उसे अपने साथ ले गया। गत 23 मई को थाना कोतवाली देवबंद सहारनपुर से रणवीर सिंह एवं कांस्टेबल रिकम द्वारा एक लावारिस एवं असहाय महिला प्रभुजी को अपना घर आश्रम शामली में भर्ती किया गया। प्रभुजी की मानसिक स्थिति ठीक नहीं थी। प्रभुजी ने अपना नाम रितु बताया। प्रभुजी अपने बारे में अन्य कोई भी जानकारी नहीं दे पा रही थी। प्रभुजी भोजपुरी बोलती थी इस कारण भी प्रभुजी की बात नहीं समझ पा रहे थे। प्रभुजी का इलाज डा. अरुण रॉय के परामर्श से कराया गया। उपचार तथा आश्रम के अच्छे वातावण एवं व...