हल्द्वानी, जून 20 -- अपडेट : आई बैंक का 'सिस्टम धड़ाम, 37 दिन से नहीं हुआ एक भी नेत्रदान - काउंसलर का तबादला, डॉक्टर ने छोड़ा, सिर्फ लैब टैक्निीशियन ही बच गया - आई बैंक में हर महीने दो से आठ लोग कराते हैं नेत्रदान - प्राचार्य का आश्वासन मिलने के बाद भी नहीं सुधरे हालात अजब हाल : बृजेंद्र मेहता हल्द्वानी, मुख्य संवाददाता। राजकीय मेडिकल कॉलेज के अंतर्गत सुशीला तिवारी अस्पताल (एसटीएच) में संचालित कुमाऊं का एकमात्र आई बैंक सरकारी सिस्टम की लापरवाही की भेंट चढ़ता दिख रहा है। एक महीने के भीतर आईबैंक से जुड़ी एक महिला डॉक्टर नौकरी छोड़ चुकी है, जबकि कॉलेज प्रशासन ने आईबैंक संचालन में अहम रोल निभा रहे ग्रीफ काउंसलर का तबादला निर्माणाधीन स्टेट कैंसर इंस्टीट्यूट कर दिया है। इस कारण 14 मई के बाद से यहां एक भी नेत्रदान नहीं हो सका है। एसटीएच में लंबे प्रय...