नई दिल्ली, नवम्बर 20 -- नई दिल्ली, विशेष संवाददाता। भारत के मुख्य न्यायाधीश (सीजेआई) बीआर गवई ने गुरुवार को कहा कि वह बौद्ध धर्म का पालन करते हैं, लेकिन वह वास्तव में एक धर्मनिरपेक्ष व्यक्ति हैं, जो सभी धर्मों में विश्वास रखते हैं। सीजेआई सुप्रीम कोर्ट एडवोकेट्स-ऑन-रिकॉर्ड एसोसिएशन (एससीएओआरए) द्वारा उनकी सेवानिवृति से पहले आयोजित विदाई समारोह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि न्यायपालिका ने उन्हें बहुत कुछ दिया है और वह इस संस्था के प्रति आभारी हैं। अपने और न्यायमूर्ति सूर्यकांत के शुरुआती जीवन को याद करते हुए जस्टिस गवई ने कहा कि दोनों की पृष्ठभूमि साधारण थी। उन्होंने अमरावती के एक झुग्गी-झोपड़ी इलाके में स्थित नगरपालिका स्कूल में पढ़ाई की, जबकि न्यायमूर्ति सूर्यकांत ने हिसार के एक गांव के स्कूल में पढ़ाई की। उन्होंने कहा कि संविधान...