छपरा, दिसम्बर 17 -- छपरा, हिन्दुस्तान प्रतिनिधि। व्यक्ति, समाज और राष्ट्र के सर्वांगीण विकास में अनुसंधान की भूमिका अहम है। जिज्ञासा और आवश्यकता ही नए आविष्कारों का आधार बनती है। उक्त बातें गंगा सिंह महाविद्यालय, छपरा के प्राचार्य प्रो. प्रमेन्द्र रंजन सिंह ने कही। वे रिसर्च एंड डेवलपमेंट सेल की ओर से आयोजित बीसीए और बीबीए के छात्र-छात्राओं के लिए "शिक्षण और अनुसंधान" विषयक व्याख्यान में मुख्य वक्ता के रूप में संबोधित कर रहे थे। प्रो. प्रमेन्द्र रंजन सिंह ने कहा कि अध्ययन, चिंतन और मनन के आधार पर ही किसी भी शोध की श्रेष्ठता और उसकी उपादेयता सिद्ध होती है। उन्होंने छात्रों को अपनी क्षमता पहचानने, कमजोरियों को चिन्हित करने, अवसरों की तलाश करने और चुनौतियों का आकलन कर आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया। अर्थशास्त्र के प्राध्यापक नलिन रंजन ने कहा ...