गढ़वा, अक्टूबर 18 -- श्रीबंशीधर नगर, प्रतिनिधि। झारखंड का श्रीबंशीधर नगर अनुमंडल मुख्यालय कहलाने के बावजूद आजतक उच्च शिक्षा के क्षेत्र में उपेक्षित रहा है। अनुमंडल बने तीन दशक से अधिक समय बीत चुके हैं। मगर यहां अब तक एक भी सरकारी डिग्री कॉलेज की स्थापना नहीं हो सकी। नतीजतन, इंटरमीडिएट के बाद छात्र-छात्राओं को उच्च शिक्षा प्राप्त करने के लिए राजधानी रांची गढ़वा, डाल्टनगंज या उत्तर प्रदेश के विभिन्न शहरों की राह पकड़नी पड़ती है। ऐसी स्थिति में आर्थिक रूप से कमजोर पृष्ठभूमि वाले परिवार के बच्चे उच्च शिक्षा प्राप्त करने से वंचित रह जाते हैं। सर्वाधिक परेशानी लड़कियों को होती है। इंटर के बाद बमुश्किल वह आगे की पढ़ाई जारी रख पाती हैं। परिवार भी बाहर रखकर बेटियों को पढ़ाना मुनासिब नहीं समझते क्योंकि खर्च अधिक होने के साथ उनकी सुरक्षा को लेकर भी च...