रांची, जुलाई 12 -- रांची। संवाददाता झारखंड जेल मेंस एसोसिएशन ने मुख्यमंत्री, गृह विभाग, कारा विभाग और कार्मिक विभाग को ज्ञापन सौंपा है। उनका कहना है कि वर्षों से सेवा दे रहे वर्दीधारी कर्मचारी जहां एक भी प्रोन्नति की बाट जोह रहे हैं, वहीं अनुकंपा पर बहाल लिपिक बिना पदोन्नति के जेलर बनकर जेलों की कमान संभाल रहे हैं। यह स्थिति झारखंड जेल मैनुअल 2025 के प्रावधानों का उल्लंघन है। उन्होंने बताया कि राज्य के 31 जेलों में से 28 जेलों की जिम्मेदारी वर्तमान में ऐसे लिपिकों के पास है, जिन्हें अनुकंपा के आधार पर निम्न वर्गीय लिपिक के पद पर नियुक्त किया गया था। इनमें से अधिकतर लिपिक सेवानिवृत्त कक्षपालों के परिजन हैं, जो इंटरमीडिएट पास हैं और अब कारापाल के पद पर कार्यरत हैं। दूसरी ओर, विभाग के वर्दीधारी कर्मचारी 30-35 वर्षों की सेवा के बाद भी एक भी प...