चंडीगढ़, फरवरी 17 -- हरियाणा की भाजपा सरकार में अकसर अपने बयानों से असहजता पैदा करने वाले वरिष्ठ नेता अनिल विज पर क्या अब ऐक्शन लेने की तैयारी है? हरियाणा में भाजपा कार्यकर्ताओं के बीच यह सवाल तैर रहा है। ऐसा इसलिए क्योंकि अनिल विज का अपनी ही सरकार के खिलाफ बोलना कोई पहली बार नहीं है। मनोहर लाल खट्टर के दो कार्यकालों के दौरान भी उन्होंने सरकार से असहमति रखने वाली कई बातें खुलकर की थीं। फिर नायब सिंह सैनी को सीएम बनाए जाने पर तो खुलकर नाराजगी जाहिर की। अपने को वरिष्ठ नेता बताते हुए उनकी सरकार में काम करने से ही मना कर दिया था। मंत्री पद की शपथ लेने नहीं पहुंचे थे। फिर किसी तरह मनाया गया तो इस बार वह मंत्री बने हैं, लेकिन उनकी विरोध वाली शैली और तीखी हुई है। बीते 10 सालों में भाजपा हाईकमान ने उन्हें कई मौके दिए हैं, लेकिन अब लगता है कि उन प...