श्रीनगर, सितम्बर 2 -- हिमालय बचाओ आंदोलन के अध्यक्ष समीर रतूड़ी ने प्रदेश में पारिस्थितिकी तंत्र को बिना छेड़े विकास करने की मांग उठाई है। उन्होंने कहा कि पहाड़ों पर अत्याधिक अनियोजित विकास का बोझ पड़ने से प्रदेश में आपदाएं आ रही हैं। मंगलवार को श्रीनगर के एक होटल में समीर रतूड़ी ने प्रेसवार्ता की। उन्होंने कहा कि पहाड़ में आपदाग्रस्त इलाकों का अध्ययन करने पर यह बात सामने आई है कि घटते जंगल और अनियोजित विकास के मॉडल आज प्रदेश में प्राकृतिक आपदाओं को निमंत्रण दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि पर्यावरणीय पहलू मात्र शब्दों और कागजी कार्रवाई तक सीमित रह गया है। सरकार को इस साल की आपदा के साथ ही पिछले कुछ वर्षों की आपदाओं का आकलन करना चाहिए। उनकी संस्था द्वारा किए गए अध्ययन से स्पष्ट है कि अपने यौवनकाल में हिमालय के पहाड़ पर अत्याधिक अनियोजित विकास क...