संतकबीरनगर, अक्टूबर 8 -- संतकबीरनगर, निज संवाददाता। प्रभा देवी स्नातकोत्तर महाविद्यालय खलीलाबाद के प्राचार्य डॉ प्रमोद कुमार त्रिपाठी ने कहा कि आदिकाव्य रामायण अद्यतन प्रासंगिक है। साथ ही अनादि काल तक मानवीय मूल्यों को संरक्षित रखने वाला है। वे वाल्मीकि जयंती पर आयोजित एक परिचर्चा को संबोधित कर रहे थे। कार्यक्रम का शुभारंभ महर्षि वाल्मीकि एवं माँ सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण और पुष्पर्चन से हुआ। महाविद्यालय की छात्राओं ने रामायण के महत्वपूर्ण श्लोकों का गायन प्रस्तुत किया। प्राचार्य डॉ प्रमोद कुमार त्रिपाठी ने कहा कि साधारण दस्यु वृत्ति रत्नाकर से रत्नों की खान महर्षि वाल्मीकि बनने में राम नाम की महिमा के साथ परपीड़ा का बोध वाल्मीकि के जीवन का मूल अंग बन गया था। वेदना से उत्पन्न काव्य प्रतिभा ने रामायण जैसे महाकाव्य के रूप में आकर ग्रहण...