नवादा, मई 7 -- नवादा, हिन्दुस्तान संवाददाता। आपात स्थिति में आम लोगों की हिफाजत में नागरिक सुरक्षा समितियों की अहम भूमिका होती हैं, लेकिन नवादा जिले में ऐसी कोई समिति नहीं है। पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद बने हालात के मद्देनजर देश के विभिन्न राज्यों में सिविल डिफेंस की व्यवस्था को परखने के लिए बुधवार को मॉक ड्रिल की जानी है। हालांकि नवादा में मॉक ड्रिल नहीं होना है लेकिन इन परिस्थितियों के मद्देनजर नागरिक सुरक्षा समितियों की स्थिति की पड़ताल आपके अपने अखबार हिन्दुस्तान ने की तो अचम्भे वाली बात सामने आई। नवादा जिले में न तो अब तक नागरिक सुरक्षा समितियों का गठन हुआ है और न ही यहां सिविल डिफेंस एडीएम का कोई पद है। ऐसे में संकट की घड़ी में मुश्किलें बढ़ सकती हैं। युद्ध होने पर नागरिक सुरक्षा समितियों और सिविल डिफेंस एडीएम की भूमिका महत्वप...