गुड़गांव, जुलाई 3 -- गुरुग्राम। प्रदेश की आर्थिक राजधानी के नाम से प्रसिद्ध गुरुग्राम में खेल सुविधा उस स्तर की नहीं है, जैसी शहर की प्रसिद्धी है। यहां के नेताओं के भाषणों में बड़े बड़े दावे सुनने को मिल जाएंगे,लेकिन जमीनी स्तर पर हकीकत कुछ और ही है। करीब 16 साल की लंबी मांग के बाद हॉकी खिलाड़ियों को नया हॉकी एस्ट्रोटर्फ पिछले वर्ष मिला है,लेकिन उस पर सुविधाओं का अभाव अब भी बना हुआ है। खिलाड़ियों को आज भी हॉकी हॉस्टल मिलने और फ्लड लाइट ठीक होने इंतजार है,लेकिन यह इंतजार कब खत्म होगा, इसकी कोई तय सीमा नहीं है। अगर फ्लड लाइट की सुविधा होगी, तो यहां पर डे-नाइट मैच हो पाएंगे। प्रदेश का पहला एस्ट्रोटर्फ : गुरुग्राम के नेहरू स्टेडियम में वर्ष 2004 में प्रदेश का पहला हॉकी एस्ट्रोटर्फ लगा था। तब एस्ट्रोटर्फ पर फ्लड लाइट लगाई गई थी लेकिन अब दो दशक बीत...