मुजफ्फरपुर, अप्रैल 19 -- ओटीपी मांगकर बैंक खातों से पैसे उड़ाने वाले साइबर अपराधियों ने ठगी का नया तरीका ढूंढ़ लिया है। वे अब ओटीपी शेयर करने की जगह खाताधारकों को फोन कर झांसे में लेते हैं और फिर दूसरे नंबर से आई कॉल को मर्ज करने को कहते हैं। जैसे ही खाताधारक उस कॉल को मर्ज करते हैं, उनके खातों से राशि निकाल ली जाती है। इस पूरी प्रक्रिया में कॉल मर्ज होते ही साइबर अपराधियों के पास बैंक खाताधारकों के मोबाइल का पूरा एक्सेस आ जाता है। इसका खुलासा जिले के कुछ बैंकों में ऐसी घटनाओं को लेकर आई आधा दर्जन शिकायतों की जांच से हुआ है। इसमें न तो ग्राहक ओटीपी शेयर करते हैं और न ही पासवर्ड या किसी और तरह की अन्य जानकारी। महज एक कॉलर की कॉल को दूसरे कॉलर की कॉल के साथ मर्ज करते ही ठगी का खेल पूरा हो जाता है। इसको लेकर बैंक प्रबंधनों ने ग्राहकों को साव...
Click here to read full article from source
To read the full article or to get the complete feed from this publication, please
Contact Us.