भागलपुर, जून 2 -- भागलपुर, वरीय संवाददाता पूर्वी बिहार और कोसी-सीमांचल के सबसे बड़े अस्पताल जवाहर लाल नेहरू मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (मायागंज अस्पताल) में रखी जाने वाली लाशों को अब बेकदरी की मार नहीं झेलनी पड़ेगी। अब न केवल मृत मरीजों के प्रति सम्मान का भाव प्रदर्शित किया जाएगा, बल्कि अस्पताल प्रशासन इन लाशों के सम्मान में कई तरह के प्रशंसनीय काम करने वाला है। यानी अनंत धाम को जाने वाले (मृतकों) की लाश को न केवल वार्ड या विभाग से निकालकर अक्षय पात्रम सम्मान के साथ रखा जाएगा, बल्कि उनके समक्ष आस्था के दीप जलवाये जाएंगे। अस्पताल प्रशासन के निर्णय को अगर अमलीजामा पहनाया जाता है तो मृत मरीजों के प्रति अस्पताल प्रशासन की अनूठी एवं प्रशंसनीय पहल साबित होगी। मायागंज अस्पताल में रोजाना 10 से 12 मरीजों की इलाज के दौरान मौत हो जाती है। इसके अलावा ...