नई दिल्ली, सितम्बर 16 -- - अगले छह महीने तक दैनिक जीवन में इस्तेमाल होने वाली वस्तुओं की एमआरपी उपलब्ध कराई जाएगी केंद्र सरकार को - उपलब्ध कराई गए एमआरपी के जरिए देखा जाएगा कि कोई कंपनी कीमतों में बढ़ोतरी कर मुनाफा वसूली तो नहीं कर रही नई दिल्ली। विशेष संवाददाता वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) में की गई कटौती का लाभ हर कंपनी को अपने उत्पाद की बिक्री के दौरान ग्राहकों को देना होगा। अगर कोई कंपनी मुनाफाखोरी के उद्देश्य से उत्पाद की कीमतों में बढ़ोतरी करती है तो ऐसी स्थिति में कंपनी को जीएसटी विभाग के नोटिस का सामना करना पड़ सकता है, जिसमें उसे कीमतों में बढ़ोतरी का कारण बताना होगा। उत्पादों की कीमतों पर नजर रखने के लिए केंद्र सरकार ने समुचित व्यवस्था की है, जिसके तहत हर जोन से उत्पादों के अधिकतम खुदरा कीमत (एमआरपी) का तुलनात्मक आंकड़ा मांगा गया ...
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