बक्सर, सितम्बर 10 -- प्रवचन युधिष्ठिर को धर्मराज के रूप में स्थापित करने को मार्ग प्रशस्त किया विवाह के पीछे सामाजिक, राजनैतिक के साथ आध्यात्मिक उद्देश्य थे फोटो संख्या- 24, कैप्सन- बुधवार को मठिया मोहल्ला में श्रीमद् भागवत कथा कहते आचार्य रणधीर ओझा। बक्सर, निज संवाददाता। शहर साईं उत्सव वाटिका में चल रहे सात दिवसीय श्रीमद्भागवत कथा का बुधवार को समापन हुआ। अंतिम दिन आचार्य रणधीर ओझा ने शिशुपाल वध प्रसंग से शुरुआत की। जिसमें आचार्य ने बताया कि जब शिशुपाल ने सौ बार मर्यादा का उल्लंघन किया। तब श्रीकृष्ण ने धर्म की रक्षा के लिए उसका वध कर दिया। इस प्रसंग सीख मिलती है कि सहिष्णुता की भी एक सीमा होती है। जब अन्याय और अधर्म बार-बार उभरता है, तब भगवान स्वयं अवतार लेकर न्याय की स्थापना करते हैं। इसके बाद राजसूय यज्ञ का प्रसंग सुनाया गया। जहां श्रीक...