नई दिल्ली, नवम्बर 14 -- भारत में सूर्य उपासना का इतिहास हजारों वर्षों पुराना है। विभिन्न सभ्यताओं, राजवंशों और संस्कृतियों ने सूर्य देव को ऊर्जा, शक्ति, प्रकाश और जीवन का प्रतीक माना है। इसी आस्था और श्रद्धा का प्रमाण हैं देश के कई प्राचीन सूर्य मंदिर जो ना सिर्फ आध्यात्मिक महत्व रखते हैं बल्कि भारतीय वास्तुकला, गणित, खगोल विज्ञान और सांस्कृतिक विरासत के अनोखे उदाहरण भी हैं। देश के कुछ सूर्य मंदिर अपनी स्थापत्य कला की भव्यता, पत्थरों पर उकेरी गई कहानियों, सूर्य की किरणों के वैज्ञानिक कोण और ऐतिहासिक पृष्ठभूमि के कारण आज भी दुनिया भर के पर्यटकों का आकर्षण बने हुए हैं। विशेष रूप से कोणार्क, मोढेरा और मार्तंड सूर्य मंदिर जैसे प्राचीन धरोहरें ना सिर्फ पूजा के स्थान हैं बल्कि भारत की प्राचीन इंजीनियरिंग क्षमता का भी उत्कृष्ट प्रमाण प्रस्तुत कर...