नई दिल्ली, सितम्बर 15 -- नई दिल्ली, विशेष संवाददाता। वक्फ संशोधन अधिनियम पर सुप्रीम कोर्ट के अंतरिम आदेश पर मुसलिम संगठनों ने बेहद सधी हुई प्रतिक्रिया दी है। मुसिलम संगठनों का मानना है कि अंतरिम आदेश से यह उम्मीद जगी है कि इंसाफ अभी जिंदा है, पर वह इस काले कानून को खत्म होने तक अपनी कानूनी और लोकतांत्रिक लड़ाई जारी रखेंगे। अदालत के फैसले के बाद मुसलिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने बयान जारी कर कहा कि अदालत ने आंशिक राहत दी है, पर अदालत ने व्यापक संवैधानिक चिंताओं का समाधान नहीं किया है, इससे निराशा हुई है। कानून में कई ऐसे महत्वपूर्ण प्रावधान है, जो पूरी तरह से मनमाने हैं। अदालत ने उन पर अंतरिम आदेश में रोक नहीं लगाई है। बोर्ड के प्रवक्ता डॉ. क्यूआरएस इलियास ने कहा कि वक्फ संशोधन अधिनियम वक्फ संपत्तियों को कमजोर करने और जब्त करने का एक जानबूझकर उठाय...